हिस्टीरिया बीमारी क्या है | हिस्टीरिया बीमारी के लक्षण और उपाय : इस समय सोसाइटी में लोगों के बीच हिस्टीरिया बीमारी को लेकर बहुत ज्यादा कंफ्यूजन है। अगर आपके मन में हिस्टीरिया बीमारी को लेकर किसी भी तरह की कंफ्यूजन है तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढे। हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से हिस्टीरिया बीमारी से जुड़ी सभी इनफॉरमेशन जैसे की हिस्टीरिया बीमारी क्या है “Histiriya Kya Hai” और हिस्टीरिया बीमारी के लक्षण और उपाय उपचार के बारे में जानकारी देंगे।
इस समय अधिकतर लोग तनावपूर्ण जिंदगी जी रहे हैं। यही वजह है कि अधिकतर लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रसित रहते हैं। इस समय अधिकतर लोगों में हिस्टीरिया बीमारी के लक्षण देखे गए हैं। ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जिन्हें मालूम नहीं है कि हिस्टीरिया बीमारी क्या है। इसलिए उन्हें हिस्टीरिया बीमारी को लेकर बहुत सारे अलग-अलग भ्रम हैं। अगर आप हिस्टीरिया बीमारी के लक्षण और उपचार, हिस्टीरिया बीमारी का इलाज क्या है? जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
हिस्टीरिया बीमारी क्या है ? / Histiriya Kya Hai
हिस्टीरिया बीमारी को हिस्टीरिक भी बोला जाता है। यह एक तरह की मानसिक स्वास्थ्य समस्या है जिसे व्यक्ति के शारीरिक लक्षण दिखाई देते हैं। हिस्टीरिया बीमारी की वजह से किसी भी व्यक्ति की भावनात्मक और शारीरिक लक्षणों को पहचान बहुत ही मुश्किल हो जाता है।
इस बीमारी की वजह से व्यक्ति अलग-अलग तरह की पर्सनालिटी में जीने लगता है। इतना ही नहीं उसे व्यक्ति को मालूम ही नहीं होता है कि वह कौन सी जिंदगी जी रहा है। हिस्टीरिया बीमारी होने की वजह से व्यक्ति के अंदर बहुत सारे अलग-अलग बदलाव होते हैं और उसका बिहेवियर पूरी तरह से चेंज हो जाता है।
इस बीमारी में पीड़ित इंसान को ऐसा महसूस होता है जैसे कि उसका दम घुट रहा हो। जब पीड़ित व्यक्ति पर इसका अटैक होता है तो उसके हाथ पैर अकड़ने लगते हैं चेहरे पर एक अजीब सा बदलाव देखने को मिलता है। इतना ही नहीं वह व्यक्ति एकदम से मन में कुछ बड़बड़ाने लगता है और एकदम से चिल्लाने भी लगता है। इस बीमारी के लक्षण सबसे अधिक महिलाओं और लड़कियों में पाए जाते हैं।
हिस्टीरिया बीमारी को एक तरह का कन्वर्जन डिसऑर्डर यानी कि एक मेंटल डिसऑर्डर भी कहा जाता है। इस बीमारी की वजह से पीड़ित व्यक्ति 24 घंटे से लेकर 48 घंटे तक बेहोश रहता है, इसके अलावा उसे नींद की समस्या भी बनी रहती है। एक तरह से कहा जाए तो इस बीमारी की वजह से पीड़ित व्यक्ति खुद पर कंट्रोल नहीं रख पाता है।
हिस्टीरिया बीमारी का लक्षण
अगर किसी व्यक्ति को हिस्टीरिया बीमारी है तो आप नीचे बताए गए लक्षण से पता कर सकते हैं कि वह व्यक्ति हिस्टीरिया बीमारी से ग्रसित है कि नहीं-
- हिस्टीरिया बीमारी से ग्रसित व्यक्ति धीरे-धीरे बहुत अधिक गुस्सैल और जिद्दी हो जाता है।
- हिस्टीरिया बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में ऐंठन होने लगती है।
- हिस्टीरिया बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को सांस लेने में बहुत अधिक परेशानी होने लगती है। एक तरह से उसकी सांस फूलने लगती है।
- हिस्टीरिया बीमार व्यक्ति की हार्टबीट धीरे-धीरे बहुत तेज होने लगती है।
- मरीज के सर में धीरे-धीरे बहुत अधिक दर्द होने लगता है, उस व्यक्ति को ऐसा महसूस होगा कि जैसे कि उसका सर फटने वाला है।
- कभी-कभी मैरिज वायलेंट हो जाता है यानी कि आपे से बाहर हो जाता है।
- हिस्टीरिया बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को एकदम से चक्कर आने लगता है और वह बेहोश भी हो जाता है।
हिस्टीरिया बीमारी के कारण क्या है।
हिस्टीरिया बीमारी नीचे बताए गए बहुत सारे कारण की वजह से होती है।
- चिंता या तनाव
- डिप्रेशन
- घबराहट
- अधिक आलस
- फोबिया मेंटल
- डिसऑर्डर
हिस्टीरिया बीमारी का इलाज क्या है?
अगर किसी व्यक्ति को हिस्टीरिया बीमारी हो जाती है तो उसे व्यक्ति को मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा इलाज किया जा सकता है। क्योंकि इस बीमारी में किसी दवा की जरूरत नहीं होती है। इस बीमारी को सिर्फ और सिर्फ मानसिक चिकित्सा व्यायाम के माध्यम से सही किया जा सकता है। हिस्टीरिया बीमारी के उपचार में सांत्वना, मानसिक स्वास्थ्य और स्वास्थ्य आहार बहुत अधिक मदद करता है।
हिस्टीरिया बीमारी का घरेलू इलाज
हिस्टीरिया बीमारी से ग्रसित व्यक्ति का इलाज मनोचिकित्सक के साथ-साथ आप घर से भी कर सकते हैं। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को रोजाना सब पपीता अनानास अंगूर और संतरा जैसे फलों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा बीमार व्यक्ति को रेगुलर एक से दो महीने तक दूध का सेवन करना चाहिए।
आप रोजाना एक गिलास दूध में 1 ग्राम राउवोल्फिया की जड़ मिलाकर देना चाहिए। अगर आप रोजाना यह उपचार करते हैं तो इसका बहुत अधिक इफेक्ट पड़ता है। इसके अलावा आप रोजाना डाइट में 0.5 ग्राम से लेकर 1.0 ग्राम हींग जरूर लेनी चाहिए। अगर आपको हींग से एलर्जी है तो आप हींग को केवल सॉन्ग भी सकते हैं।
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मिर्गी और हिस्टीरिया में क्या अंतर है?
बहुत सारे लोगों के मन में कन्फ्यूजन होता है कि मिर्गी और हिस्टीरिया एक ही बीमारी है। आपको बताना चाहता हूं कि दोनों बीमारियों के लक्षण एक जैसे होते हैं। लेकिन दोनों बीमारियों के इलाज करने में जमीन आसमान का फर्क पड़ता है। इसलिए मिर्गी और हिस्टीरिया बीमारी का दोनों का इलाज अलग-अलग होता है।
मिर्गी बीमारी स्त्री और पुरुष दोनों में पाई जाती है। मिर्गी बीमारी प्रमुख रूप से दिमाग की चोट ट्यूमर या दिमाग में कीड़े की वजह से होती है। वही हिस्टीरिया बीमारी केवल महिलाओं और लड़कियों में होती है। हिस्टीरिया बीमारी प्रमुख रूप से तनाव चिंता भावनात्मक चोट या फिर सदमे की वजह से अधिक होती है।
FAQ
हिस्टीरिया का इलाज कौन करता है?
हिस्टीरिया बीमारी का इलाज मनोचिकित्सा द्वारा की जाती है।
हिस्टीरिया बीमारी क्यों होती है?
हिस्टीरिया बीमारी ज्यादातर तनाव और चिंता की वजह से होती है।
हिस्टीरिया बीमारी का लक्षण क्या है?
शारीरिक दर्द, दिल की धड़कन तेज होना, सर दर्द, थकान महसूस होना, वायलेंट होना जैसे हिस्टीरिया बीमारी के प्रमुख लक्षण है।
क्या हिस्टीरिया ठीक हो सकता है।
जी हां आप हिस्टीरिया बीमारी को घरेलू इलाज या मनोचिकित्सा के सलाह के द्वारा सही कर सकते हैं।
हिस्टीरिया बीमारी का सबसे गंभीर लक्षण क्या है?
चक्कर आना, सांस लेने में दिक्कत होना और मुंह में जकड़न होना प्रमुख लक्षण है।
क्या मिर्गी और हिस्टीरिया एक ही बीमारी है।
नहीं, मिर्गी और हिस्टीरिया बीमारी अलग-अलग बीमारी है।
निष्कर्ष
दोस्तों आप सभी लोगों को इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद हिस्टीरिया बीमारी क्या है, हिस्टीरिया बीमारी के लक्षण और उपाय, Histiriya Kya Hai, हिस्टीरिया बीमारी का इलाज क्या है? के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो गई होगी। अगर आप हेल्थ के रिलेटेड और और इनफॉरमेशन पाना चाहते हैं तो आप हमारी इस वेबसाइट को बुकमार्क जरूर करें।
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